Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Mar 2018 · 1 min read

सच

अगर तू सच है
तो संभल जा
तुझे आग में
अभी तपना होगा
बस तू अड़ा रह
तेरे वजूद पर
कुछ नहीं तेरा
इस ज्वाला में होगा
अगर परीक्षा है यह तेरी
तो तेयार हो जा
तुझे हर आग से अब
बाहर निकालना होगा
सीता ने भी दी थी
परीक्षा अपनी सच्चाई की…
धर्म की, पवित्रता की,
अपनी बेगुनाही की…
तुझे भी मीरा की तरह,
प्याला जहर का पीना होगा…
बस तुझे एक जुगनू बनकर
भानु को ओजल करना होगा…
आग भी डर जाए तुझे छूकर,
बस तुझे वो लावा बनना होगा…

मृत्युंजय सिसोदिया
9549403468

Language: Hindi
245 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हृदय में धड़कन सा बस जाये मित्र वही है
हृदय में धड़कन सा बस जाये मित्र वही है
Er. Sanjay Shrivastava
नन्ही मिष्ठी
नन्ही मिष्ठी
Manu Vashistha
जाने क्या-क्या कह गई, उनकी झुकी निग़ाह।
जाने क्या-क्या कह गई, उनकी झुकी निग़ाह।
sushil sarna
हम जब लोगों को नहीं देखेंगे जब उनकी नहीं सुनेंगे उनकी लेखनी
हम जब लोगों को नहीं देखेंगे जब उनकी नहीं सुनेंगे उनकी लेखनी
DrLakshman Jha Parimal
'तड़प'
'तड़प'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कितनी भी हो खत्म हो
कितनी भी हो खत्म हो
Taj Mohammad
+जागृत देवी+
+जागृत देवी+
Ms.Ankit Halke jha
इश्क की खुमार
इश्क की खुमार
Pratibha Pandey
"कभी-कभी"
Dr. Kishan tandon kranti
नाकाम मुहब्बत
नाकाम मुहब्बत
Shekhar Chandra Mitra
प्रकृति
प्रकृति
Sûrëkhâ Rãthí
महल चिन नेह का निर्मल, सुघड़ बुनियाद रक्खूँगी।
महल चिन नेह का निर्मल, सुघड़ बुनियाद रक्खूँगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
Kanchan Khanna
चींटी रानी
चींटी रानी
Dr Archana Gupta
#मुक्तक
#मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
फितरत को पहचान कर भी
फितरत को पहचान कर भी
Seema gupta,Alwar
A Departed Soul Can Never Come Again
A Departed Soul Can Never Come Again
Manisha Manjari
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वयम् संयम
वयम् संयम
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
*हमारा संविधान*
*हमारा संविधान*
Dushyant Kumar
भूख 🙏
भूख 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पग मेरे नित चलते जाते।
पग मेरे नित चलते जाते।
Anil Mishra Prahari
याद है पास बिठा के कुछ बाते बताई थी तुम्हे
याद है पास बिठा के कुछ बाते बताई थी तुम्हे
Kumar lalit
' नये कदम विश्वास के '
' नये कदम विश्वास के '
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
23/192. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/192. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुक्तक -*
मुक्तक -*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*** चल अकेला.......!!! ***
*** चल अकेला.......!!! ***
VEDANTA PATEL
तकलीफ ना होगी मरने मे
तकलीफ ना होगी मरने मे
Anil chobisa
मान देने से मान मिले, अपमान से मिले अपमान।
मान देने से मान मिले, अपमान से मिले अपमान।
पूर्वार्थ
Loading...