Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
अंजनीत निज्जर
33 Followers
Follow
Report this post
11 Apr 2022 · 1 min read
सच
एक सच है
यक़ीं मानों
लिख कर भी छू
सकते हो मुझे…
Language:
Hindi
Tag:
कविता
Like
Share
7 Likes
·
4 Comments
· 345 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
"बहरापन"
Dr. Kishan tandon kranti
*जिंदगी से हर किसी को, ही असीमित प्यार है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
अध्यापक:द कुम्भकार
Satish Srijan
2883.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कविता - " रक्षाबंधन इसको कहता ज़माना है "
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
भारत में धार्मिक राजनीति प्रबल है यहां मंदिर और मस्जिद का नि
Rj Anand Prajapati
“ फौजी और उसका किट ” ( संस्मरण-फौजी दर्शन )
DrLakshman Jha Parimal
5. इंद्रधनुष
Rajeev Dutta
चित्र और चरित्र
Lokesh Sharma
वज़्न - 2122 1212 22/112 अर्कान - फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन/फ़इलुन बह्र - बहर-ए-ख़फ़ीफ़ मख़बून महज़ूफ मक़तूअ काफ़िया: ओं स्वर रदीफ़ - में
Neelam Sharma
☺️
*प्रणय*
रंगीला संवरिया
Arvina
भारत की गौरवभूमि में जन्म लिया है
Sonam Puneet Dubey
तुम्हें पाने के बाद मुझे सिर्फ एक ही चीज से डर लगता है वो है
Ranjeet kumar patre
पापा जी..! उन्हें भी कुछ समझाओ न...!
VEDANTA PATEL
चूरचूर क्यों ना कर चुकी हो दुनिया,आज तूं ख़ुद से वादा कर ले
Nilesh Premyogi
पहले प्रेम में चिट्ठी पत्री होती थी
Shweta Soni
स्थापित भय अभिशाप
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
घमंड
Adha Deshwal
हमेशा कुछ ऐसा करते रहिए जिससे लोगों का ध्यान आपके प्रति आकषि
Raju Gajbhiye
आओ फिर से हम बिछड़ते हैँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
लड़की अपने बॉयफ्रेंड से पूछती है
Rituraj shivem verma
उसके क़दम जहां भी पड़ते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मनुष्य और प्रकृति
Sanjay ' शून्य'
काश...
हिमांशु Kulshrestha
बात जुबां से अब कौन निकाले
Sandeep Pande
दिल की दहलीज़ पर जब भी कदम पड़े तेरे।
Phool gufran
ना जाने कैसी मोहब्बत कर बैठे है?
Kanchan Alok Malu
" मन भी लगे बवाली "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
मैं
Ajay Mishra
Loading...