सच हो गया भाई मेरा सुपना
सच हो गया भाई मेरा सपना
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सच हो गया भाई मेरा सुपना
सुपने में मिली मेरी कल्पना
रात भर मेरे से वो बतलाई
आँखों में नींद ना मुझे आई
दे गई मुझे प्रेम की सूचना
सुपने में .मिली मेरी कल्पना
गोरी रुखसार पर काला तिल
ले गई चुरा कर वो मेरा दिल
सर्वस्व लगा अपना अपना
सुपने में मिली मेरी कल्पना
मेरे आंगन में घूम रही थी
जैसे मुझको ही ढूँढ रही थी
सुपने में बन गया मैं सजना
सुपने में मिली मेरी कल्पना
चोटी छाती पर थी सट जाती
जां जालिम आफत में आती
दिल का तीव्रता से धड़कना
सुपने में मिली मेरी कल्पना
लंबी ऊँची सरू से कद वाली
नैन शराबी थी चाल मतवाली
भगवान की सुन्दरतम रचना
सुपने में मिली मेरी कल्पना
चलती पतली कमर मटकाती
नजरों से जिन्दा मार मुकाती
नागिन भांति दिल को डसना
सुपने मे मिली मेरी कल्पना
मन्दिर की घंटी बज गई थी
सुपने में से भाग वो गई थी
नहीं मिल पाई मेरी कल्पना
सुपने मैं मिली मेरी कल्पना
सुखविंद्र की नींद उड़ गई थी
मेरी मन की मन में रह गई थी
आँखे खोल ढूँढ रहा कल्पना
सुपनें में मिली मेरी कल्पना
सच हो गया भाई मेरा सुपना
सुपने में मिली मेरी कल्पना
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)