सच ही तो है हर आंसू में एक कहानी है
सच ही तो है हर आंसू में एक कहानी है
इसी का नाम तो जिंदगानी है
लोग सुनते हैं बहुत गौर से दास्तां सबकी
यही तो बस उनकी मेहरबानी है
कुछ निकल जाते पास से अनसुना करके
उनको लगता है ये बदगुमानी है
कुछ सुनते हैं पास आकर सदाएं दिल की
जैसे यह उनकी अपनी कहानी है
कहानियां याद रहती हैं सदा-सदा के लिए
जैसे किसी की अमिट निशानी हैं
“विनोद”मत उलझ इन कहानियों में ऐसे
तूं भी सुना दास्तां अगर सुनानी है