सच की जीत
आख़िर क्यों किसी से डरे कोई!
जीते जी सौ बार मरे कोई!!
हारकर भी सच हारता नहीं
एक बार तो डट कर लड़े कोई!!
Shekhar Chandra Mitra
आख़िर क्यों किसी से डरे कोई!
जीते जी सौ बार मरे कोई!!
हारकर भी सच हारता नहीं
एक बार तो डट कर लड़े कोई!!
Shekhar Chandra Mitra