Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Nov 2023 · 1 min read

सच कहना जूठ कहने से थोड़ा मुश्किल होता है, क्योंकि इसे कहने म

सच कहना जूठ कहने से थोड़ा मुश्किल होता है, क्योंकि इसे कहने में साहस की जरूरत पड़ती है,पर सच को स्वीकार करना उससे भी ज्यादा मुश्किल होता है ।।
जो सच को स्वीकार करते हैं वो स्वयं को बदलने का प्रयास करते हैं स्वयं के लिए ।।

1 Like · 388 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
9) “जीवन एक सफ़र”
9) “जीवन एक सफ़र”
Sapna Arora
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
Anand Kumar
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
Kumar lalit
"भोर की आस" हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
हिंदी की भविष्यत्काल की मुख्य क्रिया में हमेशा ऊँगा /ऊँगी (य
हिंदी की भविष्यत्काल की मुख्य क्रिया में हमेशा ऊँगा /ऊँगी (य
कुमार अविनाश 'केसर'
26. ज़ाया
26. ज़ाया
Rajeev Dutta
कभी जिम्मेदारी के तौर पर बोझ उठाते हैं,
कभी जिम्मेदारी के तौर पर बोझ उठाते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
हमारा हाल अब उस तौलिए की तरह है बिल्कुल
हमारा हाल अब उस तौलिए की तरह है बिल्कुल
Johnny Ahmed 'क़ैस'
।। आरती श्री सत्यनारायण जी की।।
।। आरती श्री सत्यनारायण जी की।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
राष्ट्र धर्म
राष्ट्र धर्म
Dr.Pratibha Prakash
मुक्तक
मुक्तक
नूरफातिमा खातून नूरी
शाश्वत प्रेम
शाश्वत प्रेम
Shashi Mahajan
"बस्तर के मड़ई-मेले"
Dr. Kishan tandon kranti
सावन
सावन
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
#हार्दिक_बधाई
#हार्दिक_बधाई
*प्रणय*
रिश्ते से बाहर निकले हैं - संदीप ठाकुर
रिश्ते से बाहर निकले हैं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
लक्ष्मी-पूजन
लक्ष्मी-पूजन
कवि रमेशराज
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
उजले कारों से उतर फूलों पर चलते हों
उजले कारों से उतर फूलों पर चलते हों
Keshav kishor Kumar
हर किसी में आम हो गयी है।
हर किसी में आम हो गयी है।
Taj Mohammad
संवेदना
संवेदना
Neeraj Agarwal
स्याह एक रात
स्याह एक रात
हिमांशु Kulshrestha
सुनो......!!!!!!!
सुनो......!!!!!!!
shabina. Naaz
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
Shubham Pandey (S P)
Nature is my care taker now
Nature is my care taker now
Chaahat
The smile of love
The smile of love
Otteri Selvakumar
चाहतें हैं
चाहतें हैं
surenderpal vaidya
दीपावली उत्सव
दीपावली उत्सव
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हमने तुमको दिल दिया...
हमने तुमको दिल दिया...
डॉ.सीमा अग्रवाल
🌹लफ्ज़ों का खेल🌹
🌹लफ्ज़ों का खेल🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
Loading...