Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Sep 2020 · 1 min read

सच्ची मगर थी बात मेरी बात काट दी

करने नहीं दी मुझको शुरूआत काट दी
सच्ची मगर थी बात मेरी बात काट दी

चालें तमाम उसकी तो मालूम थी हमें
चालाकियां अदू की हरिक घात काट दी

मज़बूरियाँ रहीं हैं सदा ही ग़रीब को
छप्पर के उस मकान में बरसात काट दी

पैसे का था ग़रूर बड़ा उसको खामखां
किस्मत ने उसकी सारी औक़ात काट दी

बेकार आदतों से तबाही उसे मिली
ठोकर लगी तो उसने ख़ुराफात काट दी

तन्हाइयों ने रात में सोने नहीं दिया
तेरे बिना तमाम मैंने रात काट दी

रक्खे सहेज कर थे कई ख़्वाब आँख में
उल्फ़त की यादगार वो सौग़ात काट दी

‘आनन्द’ अब कोई है न मुश्किल हयात में
माँ की दुआ ने ज़ीस्त की आफ़ात काट दी

डॉ आनन्द किशोर

2 Likes · 1 Comment · 191 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वो,
वो,
हिमांशु Kulshrestha
ये जीवन जीने का मूल मंत्र कभी जोड़ना कभी घटाना ,कभी गुणा भाग
ये जीवन जीने का मूल मंत्र कभी जोड़ना कभी घटाना ,कभी गुणा भाग
Shashi kala vyas
गांव की ख्वाइश है शहर हो जानें की और जो गांव हो चुके हैं शहर
गांव की ख्वाइश है शहर हो जानें की और जो गांव हो चुके हैं शहर
Soniya Goswami
बेटियां
बेटियां
Manu Vashistha
वाणी में शालीनता ,
वाणी में शालीनता ,
sushil sarna
कैसे बताऊं मेरे कौन हो तुम
कैसे बताऊं मेरे कौन हो तुम
Ram Krishan Rastogi
वो दिल लगाकर मौहब्बत में अकेला छोड़ गये ।
वो दिल लगाकर मौहब्बत में अकेला छोड़ गये ।
Phool gufran
#गणितीय प्रेम
#गणितीय प्रेम
हरवंश हृदय
मेरा न कृष्ण है न मेरा कोई राम है
मेरा न कृष्ण है न मेरा कोई राम है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
🙅क्षणिका🙅
🙅क्षणिका🙅
*Author प्रणय प्रभात*
The Moon!
The Moon!
Buddha Prakash
अपनी समस्या का समाधान_
अपनी समस्या का समाधान_
Rajesh vyas
बारिश के गुण गाओ जी (बाल कविता)
बारिश के गुण गाओ जी (बाल कविता)
Ravi Prakash
रंग रंगीली होली आई
रंग रंगीली होली आई
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
गरीबी और भूख:समाधान क्या है ?
गरीबी और भूख:समाधान क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
धुन
धुन
Sangeeta Beniwal
किन्नर व्यथा...
किन्नर व्यथा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
आशिकी
आशिकी
साहिल
"आशिकी में"
Dr. Kishan tandon kranti
वो राम को भी लाए हैं वो मृत्युं बूटी भी लाए थे,
वो राम को भी लाए हैं वो मृत्युं बूटी भी लाए थे,
शेखर सिंह
आओ थोड़ा जी लेते हैं
आओ थोड़ा जी लेते हैं
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आज की बेटियां
आज की बेटियां
Shekhar Chandra Mitra
21वीं सदी और भारतीय युवा
21वीं सदी और भारतीय युवा
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बेटी और प्रकृति, ईश्वर की अद्भुत कलाकृति।
बेटी और प्रकृति, ईश्वर की अद्भुत कलाकृति।
लक्ष्मी सिंह
गाँव की प्यारी यादों को दिल में सजाया करो,
गाँव की प्यारी यादों को दिल में सजाया करो,
Ranjeet kumar patre
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
सत्य कुमार प्रेमी
*काल क्रिया*
*काल क्रिया*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
--पागल खाना ?--
--पागल खाना ?--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
सुरभित - मुखरित पर्यावरण
सुरभित - मुखरित पर्यावरण
संजय कुमार संजू
जस गीत
जस गीत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
Loading...