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24 Oct 2022 · 1 min read

सच्ची दीवाली

हरेक किसान समृद्ध बने,
खेतों में हरियाली हो।

सबका अपना अपना घर हो,
सबको भोजन थाली हो।

जाति धर्म का द्वेष रहे न,
केवल बात राष्ट्र की हो,

सदा प्रीति का दीप जले,
तब सच्ची दीवाली हो।
-रमाकान्त चौधरी
उत्तर प्रदेश।

3 Likes · 4 Comments · 318 Views
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