*”सच्चा प्यार”*
दूर हमसे जाने का ना करना कभी गम !
दर्द में हमारे कभी ना करना आँखें नम !!
तुम्हारी ख़ुशी में ही हमारी हर ख़ुशी है !
तुम्हारी चाहत में ही अब निकलेगा दम !!
दूर रहकर खुश रहोगे जो खाओ कसम !
तुम से जुदाई का दर्द भी सह लेंगे हम !!
मर जाएंगे भले यादों में तेरी तड़प कर !
मगर कभी तेरा दर ना खटखटाएंगे हम !!
जब तक है साँस तुम्हें यूँ ही चाहेंगे हम !
मगर तुमसे आस कोई ना लगाएंगे हम !!
कदर ना समझी तुमने मेरे सच्चे प्यार की !
फिर भी तेरे लिए हद से गुजर जाएंगे हम !!
जब याद तुम्हें आएं दिल से पूकार लेना तुम !
तेरी एक आवाज पे दुनिया छोड़ आएंगे हम !!
चाहते हैं हम तुम्हें अपनी जान से भी ज्यादा !
दुनिया क्या यमराज से भी लड़ जाएंगे हम !!