“सच्चा प्यार” #100 शब्दों की कहानी#
“सच्चा प्यार”
सच्चा प्यार ही तो किया था पूजा ने शिक्षक जोसेफ से और प्यारी सी गुड़िया के साथ जिंदगी बसर हो रही थी, पर दोनों के बीच दिवार बनकर कलेक्टर पिता
यह कहकर बेटी और नाति को तलाक लिए बिना ही मायके लेकर आए कि इतनी कम आमदनी में गुजारा नहीं होगा ।
कुछ ही दिनों में करवाचौथ आने वाली थी, पूजा ने भी हार नहीं मानी,अन्य महिलाओं के साथ मनोभावे पूजाकर वृत की सफलता संग पति की लंबी आयु की प्रार्थना कर रही थी, एकाएकी जोसेफ ने महिला-रुप में सामने आकर कहा “पूजा सात जन्मों का साथ है तुम्हारा मेरा”।