सच्चाई
जीवन में जो मैंने गलती किया था वह दोहराना नहीं चाहता हूं,
किसी खास व्यक्ति की नजर में बुरा बनना नहीं चाहता हूं।
रही बात सच्चाई की, तो सच्चाई छुपती नहीं है छुपाने से,
हर किसी को पता चल जाती है किसी न किसी बहाने से।।
शायर – जय लगन कुमार हैप्पी ⛳