सच्चाई को परछाई सा
जिसे देखो
उसके चेहरे पर
रंग लगा है
झूठ का
तेरा साफ
बिना रंग का
बिना पुता हुआ
चेहरा
इनके बीच कहीं न
ठहरेगा
किसी को नहीं दिखेगा
तू अपनी सच्चाई को
अपने साथ
एक परछाई सा लेकर ही
चलता चल
तुझे अकेले ही चलना
होगा
सच को तू ठुकरा नहीं
सकता
झूठ को तू अपना नहीं
सकता तो
तुझे समझने वाला
इस झूठी और स्वार्थ से भरी दुनिया में
तुझे तेरे सिवाय कोई
दूसरा नहीं मिलेगा।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001