*सकारात्मकता के बीज*
जब से मुझे सकारात्मकता के बीज
मिले हैं ,मानों मैं तो मालामाल हो गया
अरे, ये तो बहुत कमाल हो गया ।
अब तो मैं सकारात्मकता के बीज
डालकर सकारात्मकता की फ़सल
उगा रहा हूँ ,नकारात्मकता की सारी
झाड़ियाँ काट रहा हूँ ।
ना किसी की बुराई करता हूँ
न सुनता हूँ, मन मे कोई द्वेष नहीं
पलने देता ,अपने मन को
कूड़े दान बनने से बचाता रहता हूँ