संस्कार
संस्कार ,धर्म सदा ही ध्यान दिलाए ,
ज्ञान पिपासा मन में लाए । १
चरित्रवान बलवान बनाए,
आदर्श सहित, सम्मान बढ़ाए । २
गुरु पितु मात निर्धन की सेवा ,
शास्त्र कहे ,फल पाएं मेवा । ३
संस्कार युक्त हो नर नारी ,
दुर्गुण पर सद्गुण है भारी । ४
समस्त विपत्ति का हो नाश,
जब हो व्यसन का सर्वनाश । ५
कहते यही कर्म पुजारी,
संस्कार है सब पर भारी । ६
यही जीवन में सम्मान दिलाए,
मीठी वाणी में गुण गाए । ७
यह समस्त सत्कर्म सिखाएं,
अवगुण एक भी पास ना आए । ८
मस्तिष्क का यह ज्ञान बोध है,
जीवन एक , व्यापक शोध है । ९
विकसित गुण , दुर्गुण का क्षय हो,
संस्कारों की सदा ही जय हो । १०