Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Nov 2021 · 1 min read

इक चाँद नज़र आया जब रात ने ली करवट

इक चाँद नज़र आया जब रात ने ली करवट
दिल मेरा मचल उट्ठा जज़्बात ने ली करवट

हर सिम्त अंधेरा था, तुम आये ख़ुशा क़िस्मत
नूरानी हुई महफ़िल, ज़ुल्मात ने ली करवट

जब डसने लगे दिल को लम्हात जुदाई के
इक हूक उठी दिल में, लम्हात ने ली करवट

फिर जाम कोई छलका,फिर ज़ख़्म मिरे महके
फिर याद कोई आया, सदमात ने ली करवट

फिर तोड़ दिया उसने तौबा का चलन “आसी”
जब घिर के घटा छाई, बरसात ने ली करवट
________◆_________

198 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
भारत माँ के वीर सपूत
भारत माँ के वीर सपूत
Kanchan Khanna
दिलों में प्यार भी होता, तेरा मेरा नहीं होता।
दिलों में प्यार भी होता, तेरा मेरा नहीं होता।
सत्य कुमार प्रेमी
इसलिए कठिनाईयों का खल मुझे न छल रहा।
इसलिए कठिनाईयों का खल मुझे न छल रहा।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
Rajesh vyas
हम मुहब्बत कर रहे थे
हम मुहब्बत कर रहे थे
shabina. Naaz
प्रयास जारी रखें
प्रयास जारी रखें
Mahender Singh
"पूछो जरा"
Dr. Kishan tandon kranti
मुक्तक... छंद हंसगति
मुक्तक... छंद हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
Rambali Mishra
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
परिवर्तन
परिवर्तन
Paras Nath Jha
If you ever need to choose between Love & Career
If you ever need to choose between Love & Career
पूर्वार्थ
*कर्मठ व्यक्तित्व श्री राज प्रकाश श्रीवास्तव*
*कर्मठ व्यक्तित्व श्री राज प्रकाश श्रीवास्तव*
Ravi Prakash
आप अपना
आप अपना
Dr fauzia Naseem shad
तू ठहर जा मेरे पास, सिर्फ आज की रात
तू ठहर जा मेरे पास, सिर्फ आज की रात
gurudeenverma198
गृहस्थ-योगियों की आत्मा में बसे हैं गुरु गोरखनाथ
गृहस्थ-योगियों की आत्मा में बसे हैं गुरु गोरखनाथ
कवि रमेशराज
एक ठंडी हवा का झोंका है बेटी: राकेश देवडे़ बिरसावादी
एक ठंडी हवा का झोंका है बेटी: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
अवसान
अवसान
Shyam Sundar Subramanian
फ़ेहरिस्त रक़ीबों की, लिखे रहते हो हाथों में,
फ़ेहरिस्त रक़ीबों की, लिखे रहते हो हाथों में,
Shreedhar
प्रथम किरण नव वर्ष की।
प्रथम किरण नव वर्ष की।
Vedha Singh
प्यारी बहना
प्यारी बहना
Astuti Kumari
अभी बाकी है
अभी बाकी है
Vandna Thakur
बहें हैं स्वप्न आँखों से अनेकों
बहें हैं स्वप्न आँखों से अनेकों
सिद्धार्थ गोरखपुरी
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Neelam Sharma
'एक कप चाय' की कीमत
'एक कप चाय' की कीमत
Karishma Shah
दो शब्द यदि हम लोगों को लिख नहीं सकते
दो शब्द यदि हम लोगों को लिख नहीं सकते
DrLakshman Jha Parimal
¡¡¡●टीस●¡¡¡
¡¡¡●टीस●¡¡¡
Dr Manju Saini
*कालरात्रि महाकाली
*कालरात्रि महाकाली"*
Shashi kala vyas
*गम को यूं हलक में  पिया कर*
*गम को यूं हलक में पिया कर*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आंखों में तिरी जाना...
आंखों में तिरी जाना...
अरशद रसूल बदायूंनी
Loading...