संसार चलाएंगी बेटियां
घर-बार चलाएगी बेटियां
सरकार चलाएगी बेटियां
एक मौक़ा तो मिले उन्हें
संसार चलाएगी बेटियां…
(१)
तुमने उन्हें क्या समझा है
अब तक केवल गुंगी गुड़ियां
पढ़-लिख लें तो क़लम से
तलवार चलाएंगी बेटियां
घर-बार चलाएंगी…
(२)
तुम उनकी संभावनाओं को
किचन में मत क़ैद करो
टीवी, सिनेमा, रेडियो और
अख़बार चलाएंगी बेटियां
घर-बार चलाएंगी…
(३)
उन्हें बचपन से छोटा-बड़ा
हर फ़ैसला ख़ुद ही लेने दो
आगे चलकर अच्छी तरह
कारोबार चलाएंगी बेटियां
घर-बार चलाएंगी…
(४)
तुम भी उसमें सहयोग करो
वह दिन अब ज़्यादा दूर नहीं
धरती से आसमान तक जब
अधिकार चलाएंगी बेटियां
घर-बार चलाएंगी…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#नई_सदी_की_नई_औरत #लड़की #आज_की_लड़की #स्त्रीत्व #नारी
#स्त्रीविमर्श #नारीवाद #बराबरी
#feminism #Women #girls
#education #Equality #lyrics