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23 Apr 2021 · 1 min read

संसद की दीवारें

लोकतंत्र की शाए में साजिश
नज़र आती है ।
अभिव्यक्ति को दबाने की चाल
नज़र आती है
जनता की आवाज कहीं
गुम होने वाली है
सुना है
संसद की दीवारें
और उंची होने वाली है ।

बहुमंजिला इमारत होगी ,
अरबों की लागत होगी
मजदूरों की पसीने से
दीवारें वो ऊंची होगी ।
मजदूरों की आवाज ही
अब गुम होने वाली है
सुना है संसद की दीवारें
और उंची होने वाली है ।

✍️समीर कुमार “कन्हैया” ।

Language: Hindi
2 Comments · 239 Views
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