संवाद -बहुत काम की बात
संवाद -बहुत काम की बात
अभी उसको रहने दो,
अपने आप में, कुछ भी कहना ठीक नही है।
हां, अपने आप सब ठीक हो जाएगा।
आंप नॉर्मल व्यवहार ही रखो,हर रोज़ की तरह।
मुझे पता था कि इसका exam क्लियर नही होगा
लेकिन मैं इससे बात करता रहा,,और कहता रहा कि चिंता न करो,,
क्योंकि इंसान अपनी परिस्थिति को खुद ही समझ कर ,खुद को संभाल लेता है।
आप यह सब मत करो,,
एक्स्ट्रा केयर इंसान को फिर से वहीं ले जाती ,,
मतलब वह फिर से दुखी हो जाता है,,
आपकी बात को समझने के वजाए अंदर ही अंदर अफसोस करने लगता है।
इस प्रकार उसका दुख कम नही होता बल्कि बढ़ जाता है।
बात -चीत के अंशो पर आधारित सर्वाधिकार सुरक्षित 30/07/18 राजेंद्र सिंह