संवर रहा है अपना भारत।
संवर रहा है अपना भारत।
संवर रहा है अपना भारत
कोटिक जन श्रंगार करें ।
सब मिल सृजन करें नित नूतन
नव भारत निर्माण करें,
खुशियाँ दें निवलों विकलों को
नवल शक्ति संचार करें।
संवर रहा है अपना भारत
कोटिक जन श्रंगार करें।
परपीड़ा परहित सर्वोपरि
दया धर्म का भाव धरें,
वीर शिवाजी, लौह पुरुष के
सर्व स्वप्न साकार करें
संवर रहा है अपना भारत
कोटिक जन श्रंगार करें।
जन जीवन उत्थान करें हम
नवल राग उच्चार करें
विश्व गुरू हो भारत फिर से,
मिलके सभी विचार करें।
संवर रहा है अपना भारत
कोटिक जन श्रंगार करें।
अनुराग दीक्षित