Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Oct 2018 · 1 min read

संयम

संयम-एक युद्ध
स्वयम के विरुद्ध
चंचल मन
निर्बन्ध विचरण
भावों पे पहरा
नीति का ककहरा
शमित वृतियाँ
उसकी आकृतियाँ
सूक्त मनस्थ
इन्द्रिय तटस्थ
संकल्प सम्बल
अचल आत्मबल
प्रवृत्ति विशुध्द
संयम-एक युद्ध।

-©नवल किशोर सिंह

Language: Hindi
3 Likes · 306 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हिंदीग़ज़ल की गटर-गंगा *रमेशराज
हिंदीग़ज़ल की गटर-गंगा *रमेशराज
कवि रमेशराज
*तेरे इंतज़ार में*
*तेरे इंतज़ार में*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
पल परिवर्तन
पल परिवर्तन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
एक मन
एक मन
Dr.Priya Soni Khare
हंसें और हंसाएँ
हंसें और हंसाएँ
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
आनंद
आनंद
RAKESH RAKESH
कोई कितना
कोई कितना
Dr fauzia Naseem shad
5
5"गांव की बुढ़िया मां"
राकेश चौरसिया
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – पंचवटी में प्रभु दर्शन – 04
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – पंचवटी में प्रभु दर्शन – 04
Sadhavi Sonarkar
मेरा स्वप्नलोक
मेरा स्वप्नलोक
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
खुशनसीबी
खुशनसीबी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मसला सिर्फ जुबान का हैं,
मसला सिर्फ जुबान का हैं,
ओसमणी साहू 'ओश'
सारी रोशनी को अपना बना कर बैठ गए
सारी रोशनी को अपना बना कर बैठ गए
कवि दीपक बवेजा
काग़ज़ पर उतार दो
काग़ज़ पर उतार दो
Surinder blackpen
3370⚘ *पूर्णिका* ⚘
3370⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मन वैरागी हो गया
मन वैरागी हो गया
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
किसान मजदूर होते जा रहे हैं।
किसान मजदूर होते जा रहे हैं।
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
"वक्त के साथ"
Dr. Kishan tandon kranti
सुहावना समय
सुहावना समय
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
लीकछोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
लीकछोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
"द्रौपदी का चीरहरण"
Ekta chitrangini
बहुत असमंजस में हूँ मैं
बहुत असमंजस में हूँ मैं
gurudeenverma198
आँखें
आँखें
लक्ष्मी सिंह
आई लो बरसात है, मौसम में आह्लाद (कुंडलिया)
आई लो बरसात है, मौसम में आह्लाद (कुंडलिया)
Ravi Prakash
🙅सनातन संस्कृति🙅
🙅सनातन संस्कृति🙅
*Author प्रणय प्रभात*
“सभी के काम तुम आओ”
“सभी के काम तुम आओ”
DrLakshman Jha Parimal
वो क्या गिरा
वो क्या गिरा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
Loading...