संभाल के रखना यह शीशे का दिल
संभाल के रखना यह शीशे का दिल
तेरी मोहब्बत कि हम कदर करते हैं !
आसानी से कहां मिलती है मोहब्बत
कुछ लोग मोहब्बत मैं ग़दर करते हैं !
कवि दीपक सरल
संभाल के रखना यह शीशे का दिल
तेरी मोहब्बत कि हम कदर करते हैं !
आसानी से कहां मिलती है मोहब्बत
कुछ लोग मोहब्बत मैं ग़दर करते हैं !
कवि दीपक सरल