संभव
संभव
***
आजकल ताकतवर को कमजोर मार जाता है
दस झूठ संग मिले जाए तो सच हार जाता है
कलयुग में सब कुछ संभव होता पाया गया है,
गुनाह करके भी मुजरिम बचकर पार जाता है !!
!
डी के निवातिया
संभव
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आजकल ताकतवर को कमजोर मार जाता है
दस झूठ संग मिले जाए तो सच हार जाता है
कलयुग में सब कुछ संभव होता पाया गया है,
गुनाह करके भी मुजरिम बचकर पार जाता है !!
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डी के निवातिया