संबंध
एक दिन आया था मेरी भी जिंदगी मे
सपना हो रहा था मेरा साकार
हो रहा था हम दोनो का एक दूसरे से साक्षात्कार
थे सभी रिश्ते वहाँ मौजूद
आयी गठबंधन की बारी
होने ही वाला था विवाह अब सम्पन्न
एक हि पल मे लगा जैसे खो दिया है मेने सबको
पर दूसरे हि पल जैसे ही थामा उसने हाथ मेरा
तब हुआ वास्तविकता से सामना मेरा
उसने मुझे कहा अब तक जो तू देख रही थी
वो तो था एक सपना
वास्तविकता मे मै हि हूँ तेरा अपना
वो तो था तेरा रैन बसेरा
कल से होगा एक नया सवेरा
बस जबसे हि रोज़ एक नयी सुबह है
वो मेरे और मै उसके लिये है
प्रियमवदा शर्मा
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