संदेश
अंतर्मन तिमिर नष्ट हो , जागृत हो आशा किरण ,
स्पंदित हो सद्भाव , नष्ट हो व्याप्त घृणा विकिरण ,
प्रेम मुदित मनस बने , संचरित हो सद् विचार ,
आत्मशक्ति हो दृढ़ संकल्पित , बने हृदय विशाल ,
प्रथम प्रयास हो सिद्ध स्वयं ,
कर नष्ट सर्वांग अहं ,
प्रेरित हो सतत् सदाचार जन मानस में ,
बन अनल करें दग्ध समस्त अनाचार जगत में ,
द्वेष, क्लेश, संताप अंत हो ,
प्रेम ,शांति , समभाव प्रकट हो ,
सहअस्तित्व भावना विकसित हो जन-जन में ,
विश्व शांति भावना स्थापित हो इस जगत में ।