Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Aug 2024 · 1 min read

संदली सी सांझ में, ज़हन सफ़ेद-कागज़ के नाव बनाये।

संदली सी सांझ में, ज़हन सफ़ेद-कागज़ की नाव बनाये,
बहने दे मुझे छाँव में तेरे, एक छोटे गलियारे से कहता जाए।
कभी बादलों का आभार जताये, कि सृजन में उसका साथ निभाए ,
तो कभी बूंदों के संग मुस्काये, जो खुद दरिया उसके लिए बन जाए।
सपनों का मेरे भार उठाये, ठहरे पानी से लाड लगाए,
जब भी हिचकोलों से डगमगाए, साँसें मेरी रुक सी जाए।
जो मन कल्पनाओं को पंख दे जाए, तो उस नाव पर मुझे चुपके से बिठाये,
लहरों को छूकर आँखें भर जाये, और यादें विस्मृत-धड़कनों को सहलाये।
जब नए सफर की आस रंग लाये, कितना कुछ पीछे छूटता नज़र आये,
कभी लगे ये नाव मांझी है चलाये, तो कभी तूफां हर भ्रम को मिटाये।
जब लहरें इसकी गति को थकाए, मन साहिलों को देख ललचाये,
पर गतिशून्यता से अस्तित्व घबराये, कि दुनिया किनारों की मुझे ना भाये।
यूँ सांझ रात्रि की बाहों में समाये, आसमान सितारों की बस्ती है बसाये,
चाँद मेरी नाव को निःशब्द बहाये, और किनारों पर कोई सारथी विरह-गीत सुनाये।

1 Like · 43 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Manisha Manjari
View all
You may also like:
कीमत
कीमत
Ashwani Kumar Jaiswal
* थके नयन हैं *
* थके नयन हैं *
surenderpal vaidya
ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
झूठे से प्रेम नहीं,
झूठे से प्रेम नहीं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
प्रेम की नाव
प्रेम की नाव
Dr.Priya Soni Khare
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय*
दीवाली विशेष कविता
दीवाली विशेष कविता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
"लेखनी"
Dr. Kishan tandon kranti
मोहब्बत से कह कर तो देखो
मोहब्बत से कह कर तो देखो
Surinder blackpen
नए साल की नई सुबह पर,
नए साल की नई सुबह पर,
Anamika Singh
मुक्तक
मुक्तक
कृष्णकांत गुर्जर
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
VINOD CHAUHAN
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
नैनों के अभिसार ने,
नैनों के अभिसार ने,
sushil sarna
छोटी- छोटी प्रस्तुतियों को भी लोग पढ़ते नहीं हैं, फिर फेसबूक
छोटी- छोटी प्रस्तुतियों को भी लोग पढ़ते नहीं हैं, फिर फेसबूक
DrLakshman Jha Parimal
हाथ कंगन को आरसी क्या
हाथ कंगन को आरसी क्या
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मेरे हमदर्द मेरे हमराह, बने हो जब से तुम मेरे
मेरे हमदर्द मेरे हमराह, बने हो जब से तुम मेरे
gurudeenverma198
लोग शोर करते रहे और मैं निस्तब्ध बस सांस लेता रहा,
लोग शोर करते रहे और मैं निस्तब्ध बस सांस लेता रहा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जब तक हमारे अंदर संदेह है तब तक हम विश्वास में नहीं उतर सकते
जब तक हमारे अंदर संदेह है तब तक हम विश्वास में नहीं उतर सकते
Ravikesh Jha
इनका एहसास
इनका एहसास
Dr fauzia Naseem shad
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ख़ता हुई थी
ख़ता हुई थी
हिमांशु Kulshrestha
ध्यान करने परमपिता का
ध्यान करने परमपिता का
Chitra Bisht
रपटा घाट मंडला
रपटा घाट मंडला
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
4009.💐 *पूर्णिका* 💐
4009.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अ'ज़ीम शायर उबैदुल्ला अलीम
अ'ज़ीम शायर उबैदुल्ला अलीम
Shyam Sundar Subramanian
"जिन्दगी के इस युद्ध में अपने हिस्से आये कृष्ण को संभाले रखन
पूर्वार्थ
दोहा छंद ! सावन बरसा झूम के ,
दोहा छंद ! सावन बरसा झूम के ,
Neelofar Khan
आप की है कोशिशें तब नाकाम होती है।
आप की है कोशिशें तब नाकाम होती है।
Rj Anand Prajapati
Loading...