संत गोस्वामी तुलसीदास जयंती
(श्रावण शुक्ल सप्तमी)
श्रावण शुक्ला सप्तमीं, जन्मे तुलसीदास।
श्री चरणों में नमन नाथ, ज्योति परम प्रकाश।।
तुलसी हिंदी में किया, रामचरित का गान।
ज्ञान भक्ति और नीति गुण, धर्म मनुज कल्याण।। रामकथा रसपान से, बाढ़हिं बुद्धि विवेक।
जीवन जीने का मिले, सुगम मार्ग पथ एक।।
त्याग और कर्तव्य पथ, मर्यादा की आन।
चार पदारथ पाय नर, पढ़हिं निरंतर ध्यान।।
धर्म अर्थ अरु काम मोक्ष, मनुज जन्म का ज्ञान।
सादर सुनहिं जे गुनहिं नर, पाएं पद निर्माण।।
सुख शांति संतोष से, जीवन पूरण काम।
प्रेम निरत संसार में, सदा भजहिं जे राम।।
रामचरित के गान से, मिटहिं तम अज्ञान।
अहं जाए जड़ मूल से, हिय में उपजै ज्ञान।।
धर्म और अधर्म की, गाई कथा महान।
तुलसी ने जग को दिया, दिव्य और अक्षय ज्ञान।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी