संत ओ बुद्धिमान से, कुछ पल वार्तालाप l
संत ओ बुद्धिमान से, कुछ पल वार्तालाप l
जैसे भया दिनों दिनों , कठिन किताबी जाप ll
दानी का आभार ना, सहज ग्रहण कर दान l
एसा जग है बना बना, अबका सत्य जान ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न
संत ओ बुद्धिमान से, कुछ पल वार्तालाप l
जैसे भया दिनों दिनों , कठिन किताबी जाप ll
दानी का आभार ना, सहज ग्रहण कर दान l
एसा जग है बना बना, अबका सत्य जान ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न