संघर्ष
इस समय अकेला है,
ख़ुद को तू वक़्त दे।
खोया हुआ है जीत की लालसा में,
हकीक़त का तू तख़्त ले।
मिटा दे हार के इस खौफ़ को,
श्रम का तू तर्क दे।
हर पल कीमती है यहाँ,
राहें तू सख्त ले।
कायरों की भांति भाग मत,
कर्मभूमि को तू रक्त दे।
– सिद्धांत शर्मा
इस समय अकेला है,
ख़ुद को तू वक़्त दे।
खोया हुआ है जीत की लालसा में,
हकीक़त का तू तख़्त ले।
मिटा दे हार के इस खौफ़ को,
श्रम का तू तर्क दे।
हर पल कीमती है यहाँ,
राहें तू सख्त ले।
कायरों की भांति भाग मत,
कर्मभूमि को तू रक्त दे।
– सिद्धांत शर्मा