Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2019 · 1 min read

” संघर्षों की राह कठिन है ” !!

हँसते गाते खुशी मनाते ,
हमने चलना सीख लिया है !
हमको सदा पीर सहना है ,
यह कह मन को जीत लिया है !
काम अगर बोझा समझा तो ,
काट रहे जानो फिर दिन है !!

हँसने वाले हँसते रहते ,
क्योंकि वो खाली खाली हैं !
ऊँची नीची करे टिप्पणी ,
कभी समय देता ताली है !
हमें निभाना साझेदारी ,
चुटकी में कटते पल छिन हैं !!

कभी राह में काँटे हैं तो ,
कभी सवारी मिल जाती है !
कभी धूप है , छाले हैं तो ,
कभी छाँह भी मुस्काती है !
सुख दुख का बटवारा जाने ,
कभी नहीं कर्मों से घिन है !!

शिक्षा दीक्षा हाथ लगी जो ,
वह संवारती जीवन भी है !
भूल हमारी या अपनों की ,
आज आँख में बसी नमी है !
लक्ष्य सभी के अपने अपने ,
यहाँ सफलता की ही गिन है !!

स्वरचित / रचियता :
बृज व्यास
शाजापुर ( मध्यप्रदेश )

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 250 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हां,अब समझ आया
हां,अब समझ आया
Seema gupta,Alwar
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कागज़ ए जिंदगी
कागज़ ए जिंदगी
Neeraj Agarwal
सरस्वती वंदना-3
सरस्वती वंदना-3
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
डॉ० रोहित कौशिक
कांतिमय यौवन की छाया
कांतिमय यौवन की छाया
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
दो शब्द
दो शब्द
Dr fauzia Naseem shad
*बस मे भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह*
*बस मे भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हम सृजन के पथ चलेंगे
हम सृजन के पथ चलेंगे
Mohan Pandey
त्यौहार
त्यौहार
Mukesh Kumar Sonkar
ख़बर है आपकी ‘प्रीतम’ मुहब्बत है उसे तुमसे
ख़बर है आपकी ‘प्रीतम’ मुहब्बत है उसे तुमसे
आर.एस. 'प्रीतम'
जलजला, जलजला, जलजला आयेगा
जलजला, जलजला, जलजला आयेगा
gurudeenverma198
उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता
उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता
कवि दीपक बवेजा
मुश्किल बहुत होता है मन को नियंत्रित करना
मुश्किल बहुत होता है मन को नियंत्रित करना
Ajit Kumar "Karn"
*हल्दी (बाल कविता)*
*हल्दी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
तमाम उम्र अंधेरों ने मुझे अपनी जद में रखा,
तमाम उम्र अंधेरों ने मुझे अपनी जद में रखा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
परहेज बहुत करते है दौलतमंदो से मिलने में हम
परहेज बहुत करते है दौलतमंदो से मिलने में हम
शिव प्रताप लोधी
भोले
भोले
manjula chauhan
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
Shweta Soni
यशस्वी भव
यशस्वी भव
मनोज कर्ण
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
Jitendra Chhonkar
सुहाता बहुत
सुहाता बहुत
surenderpal vaidya
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*प्रणय*
संभावना
संभावना
Ajay Mishra
The Lost Umbrella
The Lost Umbrella
R. H. SRIDEVI
"सबकी नज़रों में एकदम कंगाल हूँ मैं ll
पूर्वार्थ
धरती पर स्वर्ग
धरती पर स्वर्ग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
देखो ना आया तेरा लाल
देखो ना आया तेरा लाल
Basant Bhagawan Roy
जिंदगी में कुछ कदम ऐसे होते हैं जिन्हे उठाते हुए हमें तकलीफ
जिंदगी में कुछ कदम ऐसे होते हैं जिन्हे उठाते हुए हमें तकलीफ
jogendar Singh
2804. *पूर्णिका*
2804. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...