Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jan 2024 · 1 min read

संकट मोचन हनुमान जी

शीर्षक – संकट मोचन हनुमान जी 🚩
**********************
जय बजरंग बली कृपा आपकी मिलती हैं।
प्रभु श्री राम सियाराम की शरण में जो आते हैं।
केसरी नंदन अंजनी पुत्र पवन सुत कहलाते हैं।
दानव दुष्ट दलन जय जय हनुमान रक्षा करते हैं।
हनुमान जी राम नाम के संग साथ साथ रहते हैं।
बजरंग बली केसरी नंदन जय हनुमान जी नाम हैं।
जपते रहे जय जय बजरंग बली कृपा करते हैं।
राम भक्त हनुमान कृपा निधान मंगल करते हैं।
मंगल को जन्मे सबका जीवन में मंगल करते हैं।
भूत प्रेत दानव दलन के सच हनुमान कहलाते हैं।
राम नाम के साथ साथ चलते भक्त हनुमान रहते हैं।
भक्त न ऐसा हनुमान जी के जैसा सीना चीर दिखाते हैं।
हनुमत के सीने में सियाराम कृपा निधान नजर आते हैं
जय श्री बालाजी बजरंग बली पवन पुत्र हनुमान कहते हैंं।
आज मंगलवार महावीर संकटमोचन का नाम कहते हैं।
हम सभी जय जय हनुमान उचारे आरती वंदन करते हैं।
************************************
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र

Language: Hindi
142 Views

You may also like these posts

नदी की बूंद
नदी की बूंद
Sanjay ' शून्य'
- तेरी यादें मेरे जीवन का एक हिस्सा -
- तेरी यादें मेरे जीवन का एक हिस्सा -
bharat gehlot
👌
👌
*प्रणय*
यदि कोई सास हो ललिता पवार जैसी,
यदि कोई सास हो ललिता पवार जैसी,
ओनिका सेतिया 'अनु '
बेटियां।
बेटियां।
Taj Mohammad
माँ
माँ
Usha Gupta
अडिग हौसला
अडिग हौसला
Sunil Maheshwari
मां के रूप
मां के रूप
Ghanshyam Poddar
"बड़ी-बड़ी मुश्किलों का मालिक हूं मैं ll
पूर्वार्थ
पृथ्वी दिवस
पृथ्वी दिवस
Kumud Srivastava
बिगड़े हुए मुकद्दर पर मुकदमा चलवा दो...
बिगड़े हुए मुकद्दर पर मुकदमा चलवा दो...
Niharika Verma
लिखते हैं कई बार
लिखते हैं कई बार
Shweta Soni
जीवन के दिन चार थे, तीन हुआ बेकार।
जीवन के दिन चार थे, तीन हुआ बेकार।
Manoj Mahato
जब तक था मेरे पास धन का खजाना। लगा था लोगो का आना जाना।
जब तक था मेरे पास धन का खजाना। लगा था लोगो का आना जाना।
Rj Anand Prajapati
हिन्दी
हिन्दी
Bodhisatva kastooriya
"वरना"
Dr. Kishan tandon kranti
*अहंकार*
*अहंकार*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
उम्र के उस पड़ाव पर पहुंचे जब किसी के साथ की बेहद जरूरत होती
उम्र के उस पड़ाव पर पहुंचे जब किसी के साथ की बेहद जरूरत होती
Rekha khichi
पाप मती कर प्राणिया, धार धरम री डोर।
पाप मती कर प्राणिया, धार धरम री डोर।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
रफ़्ता रफ़्ता (एक नई ग़ज़ल)
रफ़्ता रफ़्ता (एक नई ग़ज़ल)
Vinit kumar
रक्त लिप्त कुर्बानियां,
रक्त लिप्त कुर्बानियां,
sushil sarna
नए साल तुम ऐसे आओ!
नए साल तुम ऐसे आओ!
गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज
भोर काल से संध्या तक
भोर काल से संध्या तक
देवराज यादव
हमारे तो पूजनीय भीमराव है
हमारे तो पूजनीय भीमराव है
gurudeenverma198
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
3747.💐 *पूर्णिका* 💐
3747.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सम्बन्ध वो नहीं जो रिक्तता को भरते हैं, सम्बन्ध वो जो शून्यत
सम्बन्ध वो नहीं जो रिक्तता को भरते हैं, सम्बन्ध वो जो शून्यत
ललकार भारद्वाज
कुरुक्षेत्र की अंतिम ललकार भाग-2
कुरुक्षेत्र की अंतिम ललकार भाग-2
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कर
कर
Neelam Sharma
वक्त की नज़ाकत और सामने वाले की शराफ़त,
वक्त की नज़ाकत और सामने वाले की शराफ़त,
ओसमणी साहू 'ओश'
Loading...