*”संकटमोचन”*
“संकटमोचन”
चहुँ ओर फैलाअँधियारा सूझे ना कोई राह हम मूरख अनजान।
हे संकटमोचन पवनपुत्र शक्तिशाली ऑक्सीजन सिलेंडर ले उड़े कृपा निधान।
हे बजरंग बली हनुमान जी ऑक्सीजन सिलेंडर ले उड़े बचा रहे है प्राण….! ! !
हे ईष्ट देव आराधना करते हाथ जोड़कर तेरे भक्त खड़े हैं।
मूर्छित सा पड़ा है सारा संसार संकट से हमें उबारो,
संजीवनी बूटी शुद्ध ऑक्सीजन बरसा कर उद्धार करो
दीन दुखियों की सेवा डॉक्टर नर्स करते , दर्दनाक हादसा से गुजर कर अपनी जान की बाजी लगा कर्त्तव्य पथ पे चलते।
दिन रात की कठिन परिश्रम मेहनत से वैज्ञानिक जड़ी बूटियां वैक्सीन बनाते।
हे बजरंग बली संजीवनी बूटी पिलाकर दे दो जीवनदान…..! ! !
मजबूरी लाचारी दर्दनाक घटना हालातों को देख सब पर दया दृष्टि कृपा बरसा दो।
मौत का तांडव मचा हंगामा खड़ा हुआ ,
अपनी गदा घुमाकर एक प्रहार से इस महामारी का अंत कर दो।
हे मारुति नंदन संजीवनी बूटी ले लाओ दे दो जीवनदान …..! ! !
सुनामी प्रलय भूकंप महाप्रलय की क्यों तैयारी है कुदरत का कहर जारी है।
बिना अस्त्र शस्त्र के कोरोना रामायण युद्ध से भारी है।
रिश्तेदार सगे संबंधियों अपनों से आखिर बिछुड़ रहे हैं।
सारी दुनिया की धन दौलत जमा पूंजी सब क्रूर काल कवलित क्रूर छल रहे हैं।
हे बजरंगबली हनुमान जी संजीवनी बूटी ले आओ दे दो जीवनदान….! ! !
अब तेरा ही आसरा नाम तुम्हारा लेते ही संकटमोचन संकट हर लेते हो।
कितनी मुश्किलें आन पड़ी है हे पवनपुत्र हनुमान उड़कर आ जाओ।
डॉक्टर नर्स अब हार चुके हैं अब उखड़ी सांस जीवन बचाओ।
हे पवनपुत्र हनुमान संजीवनी बूटी ले आओ जीवनदान दे जाओ ……! ! !
सारे विश्व जगत को विपदाओं ने घेर लिया है।
अब तेरे ही भरोसे बीच भंवर में जीवन नैया छोड़ दिया है।
तेरे ही सहारे ये नैया डोल रही अब तुम्हीं भवसागर पार लगा दो।
प्रबल शक्तिशाली बलशाली तुमसे ही आस लगी हिम्मत बंधी हुई है।
हे बजरंग बली हनुमान संजीवनी बूटी ले आओ जीवनदान दे जाओ …! ! !
हम नादान बालक है तेरे जो हमसे जो कुछ भूल हुई अब क्षमा मांगते कृपा करो।
दूर करो तम अंधियारा नई आशाओं की उजली किरण उजियाला करो।
हे संकट मोचन शीश झुकाते खड़े हुए हैं
भयंकर रोग महामारी की पीड़ा हरने आ जाओ।
हे बजरंग बली हनुमान जी संजीवनी बूटी पिला जीवनदान दे जाओ…..! ! !
शशिकला व्यास✍️