सँविधान
इतिहास चक्र कैसे बरमबार घूम रहा है?
सनातन -सँस्कृति सँवाहक झूम रहा है!!
बहुरेगे फिर दिन मँदिर और शिवालय के,
राम लला आए,कृष्ण शिवा कोचूम रहा है!!
कहा गया इस्लाम, जो कब्जाए मँदिर पर?
कुफ्रे नमाज पढ,कोर्ट-कचहरी घूम रहा है!!
तीर-तलवार नही, ‘सत्यम वद धर्म’चर’ का
अनुयायी, न्याय-आस्था पर ही झूम रहा है!!
हर कोई यह समझ ले,कुरान-शरियत नही,
अब भारतीय सँविधान पर देश घूम रहा है!!