Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Mar 2017 · 1 min read

श्‍ोर ए दर्द

जीवन के एक मोड में कुछ अग्‍यार मिल जाते है जो अपने बन जाते है ,
जीवन के मोड में कुछ अग्‍यार अपने हो जाते है ा
मन की हसरतो को मारकर जीये जा रहे हम ,
दो जून के जुगाड में कर्म किये जा रहे हम ा
मुफलिसी ने किया है जीना दुश्‍वार हमारा ,
कलम भी छुट गयी रिश्‍ते भ्‍ाी टुट गये ा
कर रहा था जाे बागवा बागवानी मेरे बाग की ,
उसने ही मेरे बाग को गुलिस्‍ता कर दिया ा
उल्‍फतो के साये में जी रहे है हम ,
कोई हमको यह बता दे वाे बुरे या हम ा
उसकी नशीली अब्‍सारो के तीर ने ,
मेरा सबकुछ अब्‍तर कर दिया ा
यु गुरेज करते रहे हमारे महबूब हमारे पास आने को ,
न जाने कब उन्‍होने अजनबी का साथ कर लिया ा
बडा ही बदगुमानी था हमारे पीर का मौसम ,
हम यु ही डरते रहे बेरहम जमाने से ा
नेमत रही यारब की दराजदस्‍ती जमाने से ,
गैरत न गिर पाये आदम ख्‍यालो से ा
तश्‍नगी ए इश्‍क में हमे यु इस कदर वो भा गये ,
लाख आर्इ आधियाॅ पर वो हम पर छा गये ा

Language: Hindi
Tag: शेर
503 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फिल्मी नशा संग नशे की फिल्म
फिल्मी नशा संग नशे की फिल्म
Sandeep Pande
स्वतंत्रता की नारी
स्वतंत्रता की नारी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
" बंध खोले जाए मौसम "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
जो
जो "अपने" का नहीं हुआ,
*Author प्रणय प्रभात*
"अनाज"
Dr. Kishan tandon kranti
कहने से हो जाता विकास, हाल यह अब नहीं होता
कहने से हो जाता विकास, हाल यह अब नहीं होता
gurudeenverma198
मोहब्बत के शरबत के रंग को देख कर
मोहब्बत के शरबत के रंग को देख कर
Shakil Alam
असुर सम्राट भक्त प्रहलाद – पूर्वजन्म की कथा – 03
असुर सम्राट भक्त प्रहलाद – पूर्वजन्म की कथा – 03
Kirti Aphale
डॉ अरुण कुमार शास्त्री ( पूर्व निदेशक – आयुष ) दिल्ली
डॉ अरुण कुमार शास्त्री ( पूर्व निदेशक – आयुष ) दिल्ली
DR ARUN KUMAR SHASTRI
साहिल समंदर के तट पर खड़ी हूँ,
साहिल समंदर के तट पर खड़ी हूँ,
Sahil Ahmad
मेरे प्रिय कलाम
मेरे प्रिय कलाम
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
गर भिन्नता स्वीकार ना हो
गर भिन्नता स्वीकार ना हो
AJAY AMITABH SUMAN
Safar : Classmates to Soulmates
Safar : Classmates to Soulmates
Prathmesh Yelne
चौथ मुबारक हो तुम्हें शुभ करवा के साथ।
चौथ मुबारक हो तुम्हें शुभ करवा के साथ।
सत्य कुमार प्रेमी
*पुरानी वाली अलमारी (लघुकथा)*
*पुरानी वाली अलमारी (लघुकथा)*
Ravi Prakash
महान कथाकार प्रेमचन्द की प्रगतिशीलता खण्डित थी, ’बड़े घर की
महान कथाकार प्रेमचन्द की प्रगतिशीलता खण्डित थी, ’बड़े घर की
Dr MusafiR BaithA
औरत की नजर
औरत की नजर
Annu Gurjar
नारी शक्ति..................
नारी शक्ति..................
Surya Barman
सत्य असत्य से हारा नहीं है
सत्य असत्य से हारा नहीं है
Dr fauzia Naseem shad
हम तो अपनी बात कहेंगें
हम तो अपनी बात कहेंगें
अनिल कुमार निश्छल
छपास रोग की खुजलम खुजलई
छपास रोग की खुजलम खुजलई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ज़िन्दगी और प्रेम की,
ज़िन्दगी और प्रेम की,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जब कोई आपसे बहुत बोलने वाला व्यक्ति
जब कोई आपसे बहुत बोलने वाला व्यक्ति
पूर्वार्थ
सियासी बातें
सियासी बातें
Shriyansh Gupta
हमें
हमें
sushil sarna
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
प्रेस कांफ्रेंस
प्रेस कांफ्रेंस
Harish Chandra Pande
युवा कवि नरेन्द्र वाल्मीकि की समाज को प्रेरित करने वाली कविता
युवा कवि नरेन्द्र वाल्मीकि की समाज को प्रेरित करने वाली कविता
Dr. Narendra Valmiki
बंगाल में जाकर जितनी बार दीदी,
बंगाल में जाकर जितनी बार दीदी,
शेखर सिंह
वो जो हूबहू मेरा अक्स है
वो जो हूबहू मेरा अक्स है
Shweta Soni
Loading...