श्वेत बस इल्बास रखिये और चलिए।
श्वेत बस इल्बास रखिये और चलिए।
एक छूरा पास रखिये और चलिए।
राजनैतिक दाव का हो दक्ष रहबर,
संग वह कन्नास रखिये और चलिए।
रहगुज़र दौलत बनाने की कड़ी हो,
फ़िक्र केवल खास रखिये और चलिए।
चाहते सत्तानशीं होना मियां तो,
वक्ष में अंजास रखिये और चलिए।
बन सकें अहले हक़म फिर है जरूरी,
संग कुछ इफ़लास रखिये और चलिए।
✍️ संजीव शुक्ल ‘सचिन’ ‘ (नादान)
इल्बास – कपड़ा
कन्नास -फांसी देने वाला
रहगुज़र – सड़क, रास्ता, पसंदीदा रास्ता
अंजास – गंदगी
अहले हक़म – सत्ताधीश
इफ़लास – गरीब