श्रृद्धांजलि
श्री पूरन जी जिला जालौन के प्रसिद्ध कवि एवं रंगकर्मी थे,
पूरन जी अब नहीं रहे हैं, कौन किसे बतलाये,
पंचतत्व में लीन हो गये, इसे कौन झुठलाये.
अब तो पूर्ण विराम लग गया, मौन हुये हैं हम सब,
साहित्य जगत में सूनापन है, कौन राह दिखलाए.
डा० हरिमोहन गुप्त