*** श्री कृष्ण मुरारी .***
जब से मैने तेरा नाम लिया
पता नहीं क्यूं..बांसुरी वाले
दुनिया ने मुझे बदनाम किया
या तो में बांवरा हूँ, तेरे नाम का
या दुनिया को नहीं पहचान
रखते ही जुबान पर इक रोटी
का टुकड़ा, जिह्वा पहले बोलती है
बस श्याम, श्याम, श्याम !!
तूम मेरा बनमाली, तू मेरा सहारा
में तो तेरे चरणों का इक दास हूँ
तेरे दीदार को पैदा हुआ तेरी नगरी में
में तो जन्म जन्म से अनजान हूँ
आते हो श्याम , तुम जब रास रचाने
कब आओगे बगिया में भी तुम मोरे
संग संग नाचे गा तोरे मेरा मन मोरा
तेरी मुरली की धून, पर ओ श्याम मोरे
तब दिल की धड़कन पुकारेगी तोरा नाम
बस श्याम, श्याम, श्याम !!
राधा संग आना, संग संग गईया को भी लाना
मोर मुकुट सजाकर , राधा माता को भी लाना
मुरली की धून पर जब नाचेगा सारा जहान
ओ श्याम बिहारी, तब वो समां होगा बड़ा महान
तेरी रस लीला का दीदार पाके, खुश होगा इन्सान
ठुमक ठुमक जब सब नाचेंगे संग तोरे ओ घनशाम
मिलकर सब यही पुकारेंगे मेर वंदावन की श्याम
बस, श्याम , श्याम , श्याम !!
अजीत तलवार
मेरठ