श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर #विशेष_कविता:-
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर #विशेष_कविता:-
■ कान्हा जी आने वाले हैं।
【प्रणय प्रभात】
“रह-रह कर मेघ गरजते हैं,
बादल भी खूब बरसते हैं।
ये काली रात घनेरी है,
बिजली ने आंख तरेरी है।
सब स्तुति गाने वाले हैं,
कान्हा जी आने वाले हैं।।
◆ पलना लाओ-डोरी लाओ,
माखन-मिश्री भी मंगवाओ।
इक मोरपंख इक पीताम्बर,
इक बांसुरिया भी रखो इधर।
सब उत्सव के मतवाले हैं,
कान्हा जी आने वाले हैं।।
◆ नारी-नर यशुमति-नंद हुए,
देखो घर-घर आनंद हुए।
अगवानी का उल्लास बढ़ा,
प्रभु दर्शन का विश्वास बढ़ा।
सचमुच पल बड़े निराले हैं,
कान्हा जी आने वाले हैं।।
◆ मानस-मराल के खोल पंख,
अब बजने दो घड़ियाल शंख।
घर-घर गुंजित हों वाद्य-वृंद,
आने को हैं आनंद-कंद।
अंधियारों बीच उजाले हैं,
कान्हा जी आने वाले हैं।।
(प्रतीक्षा है मध्यरात्रि की)
● जय बोलो गोपाल की।
● जय कन्हैया लाल की।।
योग योगेश्वर, भगवान श्री विष्णु के पूर्णावतार भगवान श्री कृष्ण कन्हैया लाल के पावन प्राकट्य महापर्व की अनेकानेक मंगलकामनाएं। प्रभु समस्त आसुरी शक्तियों व संकटों का सर्वनाश कर पीड़ित मानवता का कल्याण करें।
#जय_जय_जय_नंदलाल।
#श्रीकृष्णम_वंदे_जगतगुरूम।।
😘😘😘😘😘😘😘😘😘
●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)