श्रीराम जाप ही पार लगाएगा
राम जाप ही पार लगाएगा
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श्रीराम!जाप ही मानव को पार लगाएगा।
हर दुःख तेरे मिटेंगे,तू सुखों से भर जाएगा।।
कैसा समय आज आया,सब राम को बिसारे।
कष्टों को सबके हरते,जो भी उर से पुकारे।।
पल दो पल के जीवन में, काहे अभिमान करे।
प्रभु राम के चरण में,सब तू अर्पण करे।।
राम -नाम का जाप है,हर मुश्किल का तोड़ ।
जप ले राम -राम बंदे, प्रभु से नाता जोड़।।
बढ़ा धरा में पाप है, आया दानव राज।
श्रीराम की शरण आ, वही रखेंगे लाज।
बहूमूल्य रत्न मिले , सागर की
गहराई से।
पत्थर भी तैरें ,राम -नाम लिखने से।।
राम की महिमा जगत में, है अपरंपार।
सुमिरन प्रभु जो करे, हो भव सागर पार।।
सुषमा सिंह*उर्मि,,