श्रद्धांजलि लता जी
ओ!कोकिला सुरों की, ओ! साधिका लता जी।
वरदान शारदा का ,हृद धारिका लताजी।
माँ !भारती सुनाती ,सुर ताल की कहानी।
शत् वंदना तुम्हारी ,लय सर्जिका लता जी।
मंगेशकर लता जी ,हैं आत्मा हमारी।
संगीत की ये देवी, स्वर सर्जिका हमारी।
सब कल्पना से बढ़ के ,सुमधुर स्वरों की देवी।
मां भारती हमेशा ,है गर्विता तुम्हारी।
शत शत नमन हमारा, है वंदना तुम्हारी।
शत-शत ऋणी है हम सब ,ओ !साधिका हमारी।
ओ कोकिला स्वरों की ,मां शारदा कहाती।
शत वंदना तुम्हारी ,माता लता कुमारी।
डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम