श्रंगार
इश्क ने वह अगन लगाई सर्द रातों में पसीना आने लगा।
मौहब्बत ने वह लो जलाई परवाना जलने को मचलने लगा।
इश्क में लड़ाई में हर दीवाने की हार जाने की तमन्ना है।
मौहब्बत में जितना भी दर्द मिले आनंद भी उतना ही आने लगा।
विपिन
इश्क ने वह अगन लगाई सर्द रातों में पसीना आने लगा।
मौहब्बत ने वह लो जलाई परवाना जलने को मचलने लगा।
इश्क में लड़ाई में हर दीवाने की हार जाने की तमन्ना है।
मौहब्बत में जितना भी दर्द मिले आनंद भी उतना ही आने लगा।
विपिन