#श्याम की गोपियां
#नमन मंच
#दिनांक १९/०९/२०२४
#विषय कृष्ण की गोपियां
दीवानी हुईं गोपियां
श्याम की मुस्कान पर
चटकाईं माखन की मटकियां
मुरली की मधुर तान पर
सास के ताने सह गई
झलक भोलेपन के वास्ते !
भूल गई घर बार भी
संग रास के आनंद में !
पुण्य कर्म किए हमने जो
बना के चरण रज शामिल कर
रासलीला के उस नजारे में !
स्वरचित मौलिक रचना
राधेश्याम खटीक
भीलवाड़ा राजस्थान