शेर
बद्दुवा मुझे दो शर्माना नहीं
दिली बात अब तुम छुपाना नहीं
ब मजबूरियों पर हँसाना नहीं
कभी था मैं अपना बेगाना नहीं
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bunty singh
बद्दुवा मुझे दो शर्माना नहीं
दिली बात अब तुम छुपाना नहीं
ब मजबूरियों पर हँसाना नहीं
कभी था मैं अपना बेगाना नहीं
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bunty singh