क्षणिक स्वार्थ में हो रहे, रिश्ते तेरह तीन।
She never apologized for being a hopeless romantic, and endless dreamer.
मित्रतापूर्ण कीजिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कुछ लोग ऐसे भी मिले जिंदगी में
जीवन में प्राकृतिक ही जिंदगी हैं।
💐प्रेम कौतुक-398💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
इस महफ़िल में तमाम चेहरे हैं,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वो मुझ को "दिल" " ज़िगर" "जान" सब बोलती है मुर्शद
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
प्रकृति के आगे विज्ञान फेल
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी