सुबह का नमस्कार ,दोपहर का अभिनंदन ,शाम को जयहिंद और शुभरात्र
जिसने अपने जीवन में दुख दर्द को नही झेला सही मायने में उसे क
जो "नीट" है, उसे क्लीन होना चाहिए कि नहीं...?
जीवन दर्शन मेरी नज़र से. .
गांवों के इन घरों को खोकर क्या पाया हमने,
पलकों पे सपने लिए, लाँघे जब दहलीज।
"समय का भरोसा नहीं है इसलिए जब तक जिंदगी है तब तक उदारता, वि
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को समर्पित
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
चाहे बड़े किसी पद पर हों विराजमान,
जब तक दुख मिलता रहे,तब तक जिंदा आप।
राज्य अभिषेक है, मृत्यु भोज
जिंदगी खफा हो के किनारे बैठ गई है
माँ-बाप का किया सब भूल गए
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*दादी ने गोदी में पाली (बाल कविता)*