शेर और बिल्ली मौसी (बाल कविता)
शेर और बिल्ली (बाल कविता)
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शेर और बिल्ली मौसी का
गुरु -शिष्य का नाता,
शेर रोज बिल्ली मौसी से
कला सीखने जाता
सीख गया जब सभी कलाएँ
बोला शेर अकड़ के,
खा जाऊँगा बिल्ली मौसी
अब मैं तुझे पकड़ के
बिल्ली झटपट चढ़ी पेड़ पर
अपनी जान बचाई,
कहा “भतीजे ! यही कला बस
तुझको नहीं सिखाई ।।
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रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451