जिंदगी जी कुछ अपनों में...
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
सावन भादो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अभी ना करो कोई बात मुहब्बत की
नयन प्रेम के बीज हैं,नयन प्रेम -विस्तार ।
Life is beautiful when you accept your mistakes and make eve
लगा जैसे उसकी आंखों में सारा समंदर समाया हो,
वैसे थका हुआ खुद है इंसान
यदि आप स्वयं के हिसाब से परिस्थिती चाहते हैं फिर आपको सही गल
यूँ तैश में जो फूल तोड़ के गया है दूर तू
तेरे मेरे दरमियाँ ये फ़ासला अच्छा नहीं
National Energy Conservation Day
*रामपुर की गाँधी समाधि (तीन कुंडलियाँ)*