कावड़ मैं लाऊँगा- भजन -रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
शामें दर शाम गुजरती जा रहीं हैं।
चलना हमारा काम है
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
Watch who is there for you even when the birds have gone sil
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"भोर की आस" हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कर्म योग: मार्ग और महत्व। ~ रविकेश झा।
इश्क़ में ना जाने क्या क्या शौक़ पलता है,
शूर शस्त्र के बिना भी शस्त्रहीन नहीं होता।
*पाए हर युग में गए, गैलीलियो महान (कुंडलिया)*
𑒔𑒰𑒙𑒳𑒏𑒰𑒩𑒱𑒞𑒰,𑒢𑒱𑒖 𑒮𑓂𑒫𑒰𑒩𑓂𑒟,𑒢𑒱𑒖 𑒨𑒬𑒑𑒰𑒢 𑒂 𑒦𑒹𑒠𑒦𑒰𑒫 𑒏 𑒖𑒰𑒪 𑒧𑒹 𑒅𑒗𑒩𑒰𑒨𑒪 𑒧𑒻
एक दिवानी को हुआ, दीवाने से प्यार ।
माँ : तेरी आंचल में.....!