ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
सोचा जिनका आज से,कभी न लूँगा नाम
सुकून मिलता है तेरे पास होने से,
भोले बाबा की कृप
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि पर केंद्रित पुस्तकें....
हरि हरि के जाप ने हर लिए सारे कष्ट...
दिल के किसी कोने में अधुरी ख्वाइशों का जमघट हैं ।
जब कोई हाथ और साथ दोनों छोड़ देता है
ग़ज़ल _ सब्र अपने पास रखना चाहिए ।
शादी वो पिंजरा है जहा पंख कतरने की जरूरत नहीं होती
*जानो आँखों से जरा ,किसका मुखड़ा कौन (कुंडलिया)*
एक दूजे के जब हम नहीं हो सके
बहुत सोर करती है ,तुम्हारी बेजुबा यादें।
लोगो को उनको बाते ज्यादा अच्छी लगती है जो लोग उनके मन और रुच