*भारतीय जीवन बीमा निगम : सरकारी दफ्तर का खट्टा-मीठा अनुभव*
**कब से बंद पड़ी है गली दुकान की**
मैं प्रेम लिखूं जब कागज़ पर।
वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है।
कोशिश बहुत करता हूं कि दर्द ना छलके
उस मुहल्ले में फिर इक रोज़ बारिश आई,
The enchanting whistle of the train.
Know your place in people's lives and act accordingly.
किए जा सितमगर सितम मगर....
लड़का पति बनने के लिए दहेज मांगता है चलो ठीक है
जिंदगी के तूफ़ानों की प्रवाह ना कर