शुभ रक्षाबंधन
शुभ रक्षाबंधन
रहें न सीमित भाई बहन तक, व्यापक हों संदर्भ।
एक सूत्र में बँधें सभी जन, लें रक्षा-संकल्प।
वृक्षों को भी बाँध सूत्र ये, करें आज अनुबंध,
कुदरत से भी जुड़ें हमारे, नेह-सिक्त संबंध।
© सीमा अग्रवाल
शुभ रक्षाबंधन
रहें न सीमित भाई बहन तक, व्यापक हों संदर्भ।
एक सूत्र में बँधें सभी जन, लें रक्षा-संकल्प।
वृक्षों को भी बाँध सूत्र ये, करें आज अनुबंध,
कुदरत से भी जुड़ें हमारे, नेह-सिक्त संबंध।
© सीमा अग्रवाल